अल्लाह हैं दयालु कृपाशील देते सुख- समृद्धि, वफा-बरकत
अफवाहों पर ध्यान न दें, शांति- सुकून के माहौल में खुशी से मनाएँ बक़रीद
नमाज ईद-उल-अज़हा कुर्बानी से संबंधित मिल्ली तंजीमों (संगठनों) की ओर से संयुक्त अपील
आगामी 21 जुलाई को मनाई जाएगी बकरीद
पटना: इस वर्ष भी ईद-उल-अज़हा अर्थात बकरीद कुर्बानी की इबादत कोरोनावायरस के काल में आगामी 21 जुलाई को बकरीद मनाई जाएगी। अल्लाताला आप की ईद को सुख - शांति, सफलता- सुरक्षा के अवतार के रूप में अवतरित करें आमीन।
1. हजरत मौलाना मोहम्मद शमशाद रहमानी क़ासमी साहेब
नायब अमीर ए शरीयत बिहार,उड़ीसा & झारखंड.
2. हजरत मौलाना सैय्यद मशहूद अहमद कादरी नदवी साहब
नाजिम ए आला जमीअतुल उलमा बिहार।
3.हजरत मौलाना डॉक्टर शमीमउद्दीन अहमद मूनअमी साहेब।
सज्जादा नशीन खानकाहे मून आमिया पटना सिटी
4. जनाब मौलाना शिबली क़ासमी साहेब
नाजिम इमारतें शरिया, बिहार,उड़ीसा व झारखंड।
5.हजरत मौलाना रिजवान अहमद इस्लाही।
अमीर जमात इस्लामी हल्का बिहार
6.हजरत मौलाना खुर्शीद g मदनी साहब
नायब अमीर सुबाई जमीयतए अहल हदीस बिहार
7. हजरत मौलाना अमानत हुसैन साहब।
जेनरल सेक्रेटरी मजलिसए उलेमा,खुतबा,इमामिया बिहार
8. हजरत जनाब डॉक्टर अनवारूल हुदा साहब।
जेनरल सेक्रेटरी ऑल इंडिया मुस्लिम मजलिस मुशाविरत, बिहार चैप्टर
BAKRID Message, Pls Watch- BAKRID Message By www.anjnewsmedia.com
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ईद-उल-अजहा अर्थात बकरीद की इबादत किस तरह अदा की जाए। इस सिलसिले में बिहार की मिल्ली और मजहबी धार्मिक संस्थानों के सरबराहकार (प्रबंधक) ने संयुक्त रूप से अपील की है, जो इस प्रकार है:-
1. यह बात स्पष्ट रहनी चाहिए कि यहां दो अलग अलग इबादतें हैं, पहली इबादत नमाज ईद-उल-अजहा अर्थात बकरीद की नमाज की अदायेगी और दूसरी इबादत कुर्बानी की है और दोनों वाजिब (अपरिहार्य) है।
2. ईद-उल-अजहा अर्थात बकरीद की नमाज वाजिब है अतएव वर्तमान परिस्थिति में कोरोनावायरस से बचाव के संबंध में दी गई सरकारी निर्देशों गाइडलाइंस और उपायों का ख्याल रखते हुए इसे जरूर अदा करें।
3. ईदगाह और मस्जिदों में सरकार की ओर से अधिक संख्या में जमा होने की इजाजत न मिले तो ईद की नमाज की तरह ही ईद -उल- अजहा अर्थात बकरीद की नमाज को भी अदा करें।
4. मुसाफाह और मुआनका अर्थात हाथ मिलाने और गला मिलने से परहेज़ करें।
5. कुर्बानी सभी साहिब-ए-निसाब मुसलमान पर वाजिब जरूरी है और इस्लामिक अनुपालनार्थ में शामिल है।
6. इस अवसर पर साफ सफाई का पूरा प्रबंध करें। कुर्बानी परदे की जगह पर करें और कुर्बानी के अवशेष विवाद वाले स्थल पर ना फेंकें।
7. कुर्बानी के दिनों में बात का खास ख्याल रखें कि आपके किसी गतिविधि और कार्य से देश के भाइयों को तकलीफ और कष्ट न पहुंचे।
8. Social Media पर कुर्बानी की फ़ोटो शेयर करने से परहेज़ करें। और ध्यान रखें कि आपके किसी भी गतिविधि, क्रियाकलाप से शांति का माहौल प्रभावित न हो।
9. अफवाहों पर ध्यान न दें। बिना किसी कारण के आक्रामक हो कर अशांति फैलाने वालों को अशांति फैलाने का अवसर न दें। हरहाल में शांति- सुकून, भाईचारे को बहाल रखें।
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