All Right Reseved

Saturday, 30 October 2021

NavaNalandaMahavihara-TripuraTour : शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक आदान- प्रदान के लिए त्रिपुरा पहुंचा नवनालंदा महाविहार के छात्रों की टीम

बिहार की सांस्कृतिक आदान- प्रदान के लिए त्रिपुरा पहुंचा नवनालंदा महाविहार के छात्रों की टीम

नृत्य- गीत एवं नाटक की होगी आकर्षक प्रस्तुति

नवनालंदा महाविहार के छात्रों की टीम त्रिपुरा में बिखेरेगें सांस्कृतिक जलवा

शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक यात्रा, आगामी 2 नवंबर तक 

बिहार: नवनालंदा महाविहार के कुलपति प्रोफेसर वैद्यनाथ लाभ त्रिपुरा विश्वविद्यालय में 30 एवं 31 अक्टूबर, 2021 को आयोजित कार्यक्रम में भाग लेगें। छात्रों का दल उनके साथ है। Team of students of Nava Nalanda Mahavihara reached Tripura for cultural exchange.

NavaNalandaMahavihara-TripuraTour : सांस्कृतिक आदान- प्रदान के लिए त्रिपुरा पहुंचा नव नालंदा महाविहार के छात्रों की टीम, Team of students of Nava Nalanda Mahavihara reached Tripura for cultural exchange, AnjNewsMedia
ऐतिहासिक यात्रा
छात्रों द्वारा महाराजा वीर विक्रम विश्वविद्यालय, अगरतला, त्रिपुरा में प्रस्तुत किए जाएगें सांस्कृतिक कार्यक्रम यथा गीत- नृत्य एवं नाटक आदि की प्रस्तुति होगी। नव नालंदा महाविहार के कुलपति प्रोफेसर वैद्यनाथ लाभ ने छात्रों के टीम को तैयार की है।

नवनालंदा महाविहार का अनूठा शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक यात्रा, आगामी 2 नवंबर तक की यात्रा

नव नालंदा महाविहार, नालन्दा के छात्रों द्वारा सत्य एक मार्ग अनेक नामक नाटिका, जो कि सनातन व बौद्ध धर्म के समन्वय पर आधारित है, का मंचन भी वहां किया जाएगा। महाराजा वीर विक्रम विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता नव नालंदा महाविहार के कुलपति प्रोफेसर वैद्यनाथ लाभ करेंगे।

इस मौके पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का भी आयोजन होगा। जिसमें इस दल के छात्रों द्वारा अपने- अपने शोध पत्र भी प्रस्तुत किए जाएंगे।

नव नालंदा महाविहार नालंदा एवं  महाराजा बीर बिक्रम विश्वविद्यालय अगरतला त्रिपुरा के मध्य  हस्ताक्षरित मेमोरेंडम आफ अंडरस्टैंडिंग के अंतर्गत आयोजित किया जा रहा है।

जाहिर हो त्रिपुरा गए हुए छात्रों का सहयोग श्री जीतेन्द्र कुमार, सहायक प्रोफेसर, इतिहास एवं पुरातत्त्व विभाग, नव नालन्दा महाविहार द्वारा किया जा रहा है।

इस कार्यक्रम में संयोजक एवं अध्यक्ष, संस्कृत विभाग, नव नालन्दा महाविहार, प्रोफेसर विजय कुमार कर्ण की विशेष योगदान है।

No comments:

Post a Comment