चुनाव प्रचार हेतु वाहन एवं सभा अनुमति
गया : नगरपालिका आम निर्वाचन, 2022 के निमित नगर निगम, गया के पार्षद/उप मुख्य पार्षद/मुख्य पार्षद पद हेतु द्वितीय चरण के मतदान दिनांक-28.12.2022 एवं मतगणना दिनांक-30.12.2022 को निर्धारित की गई है।
इस प्रयोजनार्थ अभ्यर्थियों के चुनाव प्रचार- प्रसार हेतु वाहन अनुमति सभा अनुमति के लिए जिला ग्रामीण विकास अभिकरण, गया के विकास शाखा (विकास भवन) में एकल खिड़की के तहत आवेदन देकर अनुमति प्राप्त कर सकते है।
यह सूचना सभी अभ्यर्थियों के लिए अपरिहार्य है। निर्वाची पदाधिकारी (न०पा०). नगर निगम, गया-सह-उप विकास आयुक्त, गया द्वारा बताया गया कि सभी अभ्यर्थी आर्दश आचार संहिता का पूर्णतः अनुपालन करते हुए चुनाव प्रचार-प्रसार करेंगे। लापरवाही एवं चूक होने पर विधि सम्मत/आर्दश आचार संहिता के नियमानुकूल दण्डात्मक कार्रवाई किया जाना अपेक्षित होगा।
भेटौरा पंचायत के मुखिया को होम डिलीवरी मुक्त पंचायत बनाने के लिए जिलाधिकारी द्वारा किया गया सम्मानित
गया : टनकुप्पा प्रखंड के भेटौरा पंचायत के मुखिया श्रीमती अनीता देवी को जिला पदाधिकारी डॉ0 त्यागराजन एस0एम0 एवं सिविल सर्जन के द्वारा संस्थागत प्रसव में उल्लेखनीय योगदान देने के लिए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस दौरान जिला कार्यक्रम प्रबंधक जिला स्वास्थ्य समिति नीलेश कुमार के द्वारा पंचायत के उपलब्धियों के बारे में उपस्थित सभी पदाधिकारी को अवगत कराया गया एवं मुखिया के द्वारा जिला पदाधिकारी को जानकारी देते हुए बताया गया कि रेलवे क्रॉसिंग नहीं रहने के कारण एम्बुलेंस को भेटौरा पंचायत आने में 40 से 45 किलोमीटर दूरी तय करना पड़ता था इसलिए ज्यादा प्रसव घर पर ही हो जाता था जिसके कारण लोग अस्पताल जाने में रुचि कम लेने लगे थे।
इस दौरान पिरामल फाउंडेशन के नीरज के द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि भेटौरा पंचायत में 15 से 18 प्रसव घर पर ही हो जाता है तब हमलोग ग्राम सभा में फैसला लिए की घर पर हो रहे प्रसव जैसी कुप्रथा को खत्म करेंगे, इस के लिए अपनी निजी वाहन को गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुचाने के लिए समर्पित कर दिया।
पिछले 5 महीने में 100 से ज्यादा गर्भवती महिलाओं को अब तक सरकारी अस्पताल प्रसव कराया जा चुका है। इसके लिए सभी आशा, सेविका, जीविका के साथ मासिक बैठक कर इसकी समीक्षा किया जाने लगा।
बैठक में गर्भवती महिलाओं के अभिभावकों को बुलाकार उनकी समस्या को सुना गया एवं उनको मुखिया जी के तरफ से आश्वाशन पत्र देकर बताया गया कि किसी भी समय जरूरत हो तो दिए गए नंबर पर सम्पर्क कर के मदद ले सकते हैं।
देखते देखते जिस पंचायत में 15 से 18 गर्भवती महिलाओं का प्रसव घर पर होता था वो अब एका दुक्का ही प्रसव घर पर हो रहा है जिसको भी दूर करने के लिए लगातार प्रयास जारी है।
सिविल सर्जन गया द्वारा बताया गया कि इस तरह की मानवीय पहल के लिए बहुत आभार प्रकट करते हैं जो लोगों की सेवा के लिए अपनी गाड़ी तक दे दिया।
मुखिया द्वारा धन्यवाद सह ज्ञापन पत्र देकर जिला पदाधिकारी महोदय से रेलवे क्रॉसिंग एवं शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी प्रमुख समस्याओं को निदान करने हेतु ज्ञापन सौंपा गया।
इस पर जिला पदाधिकारी द्वारा आश्वाशन देते हुए रेलवे क्रासिंग की समस्या को रेलवे विभाग को पत्र लिखकर दूर करने के लिए कहा गया।
जिला पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि इस प्रकार का पहल बहुत ही सराहनीय है इससे और भी जनप्रतिनिधियों को सीखना चाहिए, अगर इस प्रकार सभी जनप्रतिनिधि अपने पंचायत में लोगों की मदद करने लगें तो योजनाओं को लोगों के बीच पहुँचाना और भी आसान हो जाता है।
इसके पश्चात जिला पदाधिकारी द्वारा मुखिया जी के निजी वाहन को जाकर देखा गया।
उन्होंने प्रशंसा किया कि काफी अच्छी पहल है कि अपने निजी वाहन को, इस कार्य में लगाया है।
कार्यक्रम के दौरान यूनिसेफ से संजय कुमार, टनकुप्पा प्रखंड प्रमुख, उपमुखिया, समाजसेवी, पूर्व जिला परिषद, वार्ड सदस्य आदि उपस्थित रही।
मुख्यमंत्री दिव्यांगजन सशक्ति योजना
मुख्यमंत्री दिव्यांगजन सशक्ति योजना अंतर्गत संचालित समवल योजना के तहत बैट्री चालित ट्राइसाइकिल योजना के अंतर्गत 441 लक्ष्य के विरूद्ध 322 ऑन लाईन आवेदन पत्र प्राप्त हुए। जिसमें से वर्तमान में 33 प्राप्त आवेदकों को स्वीकृति एवं पात्रता की शर्तों के अनुसार वितरण किया गया।
इस योजना के तहत् लाभान्वित किये जाने हेतु सहायक निदेशक, दिव्यांगजन सशक्तिकरण कोषांग, गया द्वारा आज सी0आर0पी0एफ0 159 बटालियन के परिसर में शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें जिला पदाधिकारी, गया एवं उप विकास आयुक्त, गया के द्वारा बॉके बाजार प्रखण्ड के 7, बोधगया-2, गुरारू-01, नगर-01, कोंच-05, खिजरसराय-11, मानपुर-02, आमस-01, गुरूआ-01 तथा नीमचक बथानी-02 लाभुकों को बैट्री चालित ट्राइसाइकिल प्राप्त कराया गया।
विदित हो कि बैट्री चालित ट्राइसाइकिल प्राप्त करने हेतु लाभुक की पात्रता इस प्रकार है- बिहार राज्य के स्थायी निवासी एवं अनिवार्य रूप से बिहार में रहने वाले चलंत अर्थात् लोकोमोटर दिव्यांगजन, जिनकी दिव्यांगता न्यूनतम 60 प्रतिशत हो, वार्षिक आय अधिक्तम 2 लाख रूपये हो, आयु 18 वर्ष से अधिक हो तथा वे या तो वर्तमान में बिहार राज्य के किसी महाविद्यालय के छात्र/छात्रा हों अथवा स्वावलम्बन के उद्देश्य से रोजगार करते हों।
महाविद्यालय अथवा रोजगार स्थल आवेदक के घर से कम-से-कम तीन किलोमीटर दूर होना चाहिए।
जिला पदाधिकारी ने उपस्थिति दिव्यांग जनों से बात करते हुए जानकारी प्राप्त किया कि वह क्या काम करते हैं क्या पढ़ाई किए हैं। सभी दिव्यांगजन जिला पदाधिकारी को धन्यवाद दिया कि उनके विशेष पहल से आज दिव्यांग जनों के बीच मोटर युक्त ट्राई साइकिल का वितरण किया गया।
इसके साथ ही सड़क सुरक्षा को देखते हुए सभी दिव्यांग जनों को हेलमेट भी उपलब्ध कराया गया।
बुनकरों से मिले DM
जिला पदाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन एसएम ने मानपुर के पटवाटोली का निरीक्षण किया। उन्होंने बुनकरों के बीच जाकर किए जा रहे कपड़ा बुनाई के कार्यो को बारीकी से देखा। बुनकरों के बीच उन्होंने पहुंचकर मशीनों का भी जायजा लिया।
उद्योगों को किस तरह बढ़ावा दिया जाए उस पर विस्तार से बुनकरों के साथ विचार-विमर्श किया।
कपड़ा बुनाई के हो रहे कार्य को देखकर उन्होंने काफी खुशी जाहिर किया। कपड़ा बुनाई के सभी प्रोसेस का भी जायजा लिया। लगभग कपड़ा बुनाई में 8 से 10 अलग अलग प्रोसेस है, उन सभी को घूम घूम कर उन्होंने देखा।
टैक्सटाइल पार्क के बारे में जानकारी लेने पर अध्यक्ष वस्त्र उद्योग बुनकर सेवा समिति श्री प्रेम नारायण पटवा द्वारा बताया गया कि वर्तमान समय में पटवाटोली में अपने अपने घरों में 980 यूनिट, जो लगभग 12500 पावर लूम मशीन से कपड़ा बुनाई का कार्य कर रहे हैं जिसमें लगभग 30 से 35 हजार कामगार/ श्रमिक कार्य कर रहे हैं।
इसके अलावा इसमें लगभग 50% महिला कामगर कार्य कर रहे हैं। वर्तमान में साधारण कपड़े बनाने का कार्य किया जा रहा है।
इसके उपरांत जिला पदाधिकारी द्वारा शादीपुर बालू घाट के समीप लगभग 23 एकड़ जमीन पूर्व से चिन्हित है जो पावरलूम उद्योग टैक्सटाइल पार्क के रूप में विकसित किया जाना है, का निरीक्षण किया।
महाराष्ट्र एवं तमिलनाडु में टैक्सटाइल पार्क के तर्ज पर गया जिला के शादीपुर पंचायत के चिन्हित जमीन में विकसित किया जाएगा टैक्सटाइल पार्क।
इसने टैक्सटाइल पार्क निर्माण में अत्याधुनिक 435 यूनिट लगाने का योजना बनाई जा रही है जिसमें कोट पेंट सहित अन्य नए-नए प्रकार के अत्याधुनिक कपड़े का निर्माण किया जाएगा।
टेक्सटाइल पार्क निर्माण होने से लोकल स्तर के साथ-साथ जिला स्तर पर अधिक संख्या में रोजगार मिलेगा। यह क्षेत्र भविष्य में काफी विकसित हो जाएगा।
जिला पदाधिकारी ने अध्यक्ष बुनकर सेवा समिति को कहा कि विभिन्न बैंकों के साथ बैठक कर वस्त्र उद्योग तथा अत्याधुनिक मशीन खरीदने हेतु ऋण वितरण में सहयोग तथा हर संभव प्रयास के लिए प्रेरित किया जाएगा।
वर्तमान में उक्त शादीपुर बालू घाट के समीप चिन्हित जमीन में अवैध अतिक्रमण को हटवाने का सख्त निर्देश अंचलाधिकारी मानपुर को दिया गया।
जिला पदाधिकारी ने कहा कि अच्छे तरीके से उस जमीन को सर्वे कराएं तथा 1 माह के अंदर सर्वे पूर्ण करते हुए अतिक्रमणवाद चलाकर अवैध अतिक्रमण को मुक्त करावे तथा पर्चा धारी व्यक्तियों को किसी अन्य दूसरे स्थान पर शिफ्ट करा दें।
जिला पदाधिकारी ने अंचलाधिकारी तथा थानाध्यक्ष को सख्त हिदायत दिया कि किसी भी स्थिति में अब इस स्थान पर एक भी नया कोई अवैध निर्माण कार्य नहीं हो, यह सुनिश्चित करावे साथ ही दो चौकीदार की प्रतिनियुक्ति इस स्थान पर सुनिश्चित करावे।
भू- अर्जन विभाग से संबंधित समीक्षा बैठक
जिला पदाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन एसएम की अध्यक्षता में भू- अर्जन विभाग से संबंधित समीक्षा बैठक समाहरणालय सभाकक्ष में की गई।
भू अर्जन कार्यालय से संचालित विभिन्न योजनाएं यथा भारतमाला परियोजना, अमृत कोलकाता इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर परियोजना AKIC, डीएफसीसीआईएल, रेलवे परियोजना, एनएच 02, एनएच 82, 83 परियोजना आदि की समीक्षा की गई भारतमाला परियोजना के संबंध में सरकारी भूमि स्थानांतरण के संबंध में सभी संबंधित अंचलाधिकारी यथा आमस , गुरुआ गुरारू परैया बेला टेकारी को 3 दिनों के अंदर भूमि हस्तांतरण का प्रस्ताव अपर समाहर्ता के पास उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया साथ ही मुआवजा वितरण हेतु कैंप लगाकर तिथि निर्धारित कर शीघ्रता लाने का निर्देश भू अर्जन पदाधिकारी को दिया गया।
इसके साथ ही फिजिकल पजेशन ( दखल कब्जा) देने हेतु 80% राशि वितरण कराने का निर्देश जिला भू अर्जन पदाधिकारी को दिया गया ताकि तेजी से सड़क का निर्माण कार्य कराया जा सके विदित हो कि 80% राशि वितरण के पश्चात ही फिजिकल पजेशन मिलता है ताकि सड़क निर्माण हो सके।
भारतमाला परियोजना के लिए इस माह के अंत तक 200 करोड़ राशि रैयतों के बीच मुआवजा वितरण का टारगेट दिया गया है।
उन्होंने जिला भू अर्जन पदाधिकारी को सख्त हिदायत दिया कि इस माह के अंत तक शत-प्रतिशत रहे तो के बीच मुआवजा वितरण करना सुनिश्चित करें।
अमृतसर कोलकाता इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग परियोजना के समीक्षा में जिला पदाधिकारी ने जिला भू अर्जन पदाधिकारी को निर्देश दिया कि 15 दिसंबर तक 50 करोड़ राशि रैयतों के बीच मुआवजा वितरण करने का निर्देश दिया गया है।
एनएच- 2 परियोजना के समीक्षा के दौरान 10 गांव का चकबंदी फाइनल तेजी से कराने का निर्देश दिए।
उन्होंने जिला भू अर्जन पदाधिकारी को शेष बचे 10 मौजा का राशि रैयतों के बीच मुआवजा वितरण करने का निर्देश दिया।
डीएफसीसीआईएल परियोजना के समीक्षा के दौरान टनकुप्पा स्थित धढियाचक गांव में सरकारी विद्यालय को किसी दूसरे स्थान में स्थानांतरित करने का निर्देश जिला शिक्षा पदाधिकारी को दिया गया ताकि उक्त स्कूल भवन को तोड़कर सड़क निर्माण कराया जा सके।
- AnjNewsMedia Presentation
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