रंजीत सिंह उर्फ रंगबाबू के निधन से देश को अपूर्णीय क्षति
निधन से बिहारवासियों में शोक की लहर
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रंजीत सिंह उर्फ रंगबाबू का निधन |
आज उनके निधन पर गया के स्थानीय कांग्रेस कार्यालय राजेंद्र आश्रम में शोक सभा का आयोजन किया गया।
सबसे पहले उपस्थित नेता, कार्यकर्ता, तथा उनके चाहने वाले लोग एक मिनट का मौन रखकर, ईश्वर से प्रार्थना किया की इस महामानव जनप्रिय नेता को अपने चरणों में स्थान दे, तथा इस दुख की घड़ी में इनके परिवार को सहनशक्ति प्रदान करें।
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शोक सभा |
रंजीत सिंह उर्फ रंग बाबू का देहांत गुड़गांव स्थित मेदांता अस्पताल में हुआ। उनका पार्थिव शरीर एंबुलेंस से आज रात्रि में गया पहुंचेगा। तथा कल यानी 26 मार्च को 11:00 बजे उनका पार्थिव शरीर उनके गया स्थित पिपरपांती मोहल्ला स्थित आवास से निकल कर गया जिला कांग्रेस कार्यालय राजेंद्र आश्रम में लोगों के श्रद्धासुमन अर्पित करने, पार्टी झंडा ओढ़ाने हेतु आधाघंटा रखा जाएगा उसके बाद वहां से विष्णुपद शमशान घाट पर अंतिम संस्कार होगा।
अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान से कराने हेतु बिहार सरकार एवं स्थानीय प्रशासन को सूचना दे दी गई है।
रंजीत सिंह उर्फ रंगबाबू का भरा पूरा परिवार में उनकी पत्नी सूर्यपरी देवी, दो पुत्र इंजीनियर अमित कुमार, जो गुड़गांव में पोस्टेड हैं, दूसरा आनंद कुमार, जो गया व्यवहार न्यायालय में अधिवक्ता तथा कांग्रेस पार्टी के नेता हैं तथा दो पुत्रियां जिनकी शादी विवाह हो चुकी है।
गया नगर पालिका में वार्ड काउंसलर तथा चेयरमैन के रूप में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा, जिसे लोग आज भी याद करते हैं।
बिहार, झारखंड एक रहने के समय 1980 में कांग्रेस पार्टी के चतरा से सांसद रहे। सन 1985, 1990 में दो- दो बार अतरी विधानसभा से विधायक एवं बिहार सरकार में नगर विकास मंत्री भी रहे थे।
वे मृदुभाषी, सरल स्वभाव, बेहद साधारण वेश- भूषा,पहनावा, सभी को सम्मान देना, किसी के काम के लिए पैदल, रिक्सा से जाकर करना, कभी कोई अंगरक्षक नहीं रखना, उनकी खासियत थी।
BREAKING NEWS :-
200 ग्राम गाजा के साथ तस्कर गिरफ्तार
GAYA : आमस थाना को सूचना मिला की ग्राम-चंडीस्थान स्थित जी0टी0 रोड के पास दो व्यक्ति अपने-अपने गुमटी में गॉजा की विक्री कर रहे है।
इस सूचना पर आमस थाना द्वारा अंचलाधिकारी, आमस के साथ उक्त स्थान पर विधिवत् छापामारी किया गया। छापामारी के दौरान दो दुकानों से क्रमषः 100-100 ग्राम (कुल 200 ग्राम) बरामद किया गया है।
- इस आरोप में दोनो दुकानदारो
- 1. राहुल कुमार एवं
- 2. आयुष कुमार को गिरफ्तार किया गया है।
इन दोनो पकड़ाये आरोपियों द्वारा इस कांड में और अन्य लोगों के संलिप्त होने की बात बताई गई है, जिस संबंध में अग्रतर कार्रवाई की जा रही है।
पकड़ाये अभियुक्तों के विरूद्ध आमस थाना कांड संख्या- 108/23, 24.03.2023, धारा- 8(सी)/20/29/35 एन0डी0पी0एस0 एक्ट दर्ज कर इन्हे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
गिरफ्तार अभियुक्तों की विवरणी :-
- 1. आयुष कुमार उम्र- 25 वर्ष, पिता- वर्णवाल एवं
- 2. राहुल कुमार उम्र- 19 वर्ष, पिता- लल्लू प्रसाद, दोनो सा0-चंडीस्थान, थाना- आमस, जिला- गया।
इस क्रम में दिनांक- 23.03.2023 कोः-
SC/ST थाना कांड संख्या 14/22 के फरार प्राथमिकी अभियुक्त के चल संम्पत्ति की, की गई कुर्की।
ग्रामीण युवाओं का सर्वांगीण विकास उद्देश्य
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सराहनीय कार्य |
भूटानी के लिए बोधगया मक्का की तरह
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धार्मिक महता पर विमर्श |
विभिन्न सत्रों में बोधगया की संस्कृति, धार्मिक महता पर विमर्श संचालित रहा।
सत्र के प्रमुख वक्ता रॉयल भूटान के भारत में राजदूत महामहिम मेजर जनरल वेट सॉपना गम्याल थे। उन्होंने भूटान की दृष्टिकोण से बोधगया की महत्ता पर प्रकाश डाला।
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बोधगया से बेपनाह प्यार |
बौद्धधर्म भूटान के समाज की मान्यताओं एवं सामाजिक तंत्र का मूल आधार बन चुका है।
भूटान के हर घर की सुबह की शुरुआत बुद्ध को ब्यादकर उनके मंत्रों के चेंटिंग से प्रारंभ होती है।
वर्षों से संचालित मोनास्ट्री धर्म के साथ पर्यटन के मुख्य डेस्टिनेशन है।
भूटानी जनता को भारत और खासकर बिहार के बोधगया से बेपनाह प्यार है और अपने जीवन काल में काम से काम एक बार यहां आना चाहता है।
यही कारण है कि हमारी हवाई सेवा भी बोधगया के लिए प्रारंभ की गई है।धर्म एक विवेचना है कि हमारा अस्तित्व कैसे आया।
सांस्कृतिक रूप से एक धर्म का अनुसरण करना बहुत लाभकारी है।भारत दुनिया के प्राचीनतम धर्मो के उद्भव का स्थल रहा है।
हमारा आपके देश के साथ स्वाभाविक लगाव और मैत्री है जो हमेशा कायम रहेगी।
उन्होंने देश काल सोसायटी के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि बौद्धधर्म के सिद्धांतो के प्रचार प्रसार के लिए भूटान हमेशा हर स्तर पर इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय कला केंद्र और भारत सरकार के साथ सहयोगी की भूमिका में रहेगा।
पंच बुद्ध का प्रतीक है महाबोधी मंदिर : नीरज
बोधगया डायलॉग के दूसरे दिन संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के तिब्बतन और बौद्ध मामले के निदेशक एवं बुद्धिस्ट विद्वान नीरज कुनार ने अपनी किताब कालचक्र के सिद्धांत पर चर्चा करते हुए इन बातों को रखा उन्होंने कहा कि दुनिया भर में विश्वशांति हेतु कालचक्र अनुष्ठान आयोजित होते रहते है।
स्वयम्दलाईलामा 34 कालचक्र दीक्षा दे चुके हैं। इन अनुष्ठानों से करुणा, दया, सत्य, शांति और अहिंसा का सन्देश प्रचारित किया जाता रहा है।
कालचक्र पूजा मूलतः एक बौद्ध तांत्रिक अनुष्ठान है। चर्चा में केंद्रीय तिब्बतन संस्थान, सारनाथ के डीनगेशेता शीशेरिंग ने हिस्सा लिया।
कालचक्र के सिद्धांत और दर्शन के हिसाब से वर्तमान महाबोधी मंदिर का जीर्णोद्वार किया गया और दुनिया में 7 स्थानों पर इसकी रेप्लिका का निर्माण किया गया।
उन्होंने कहा कि कालचक्र को पूरी दुनिया ने अंगीकार किया है जिसके तंत्र में आर्युवेद, रसशास्त्र, गंधविज्ञान, युद्धशास्त्र की विवेचना है।
बोधगया के बहु सांस्कृतिक आयामों पर आधारित सेशन भी बहुत सारगर्भित रहा जिसमे मुख्य रूप से न्यूजर्सी विश्वविद्यालय की प्रीताचटर्जी एवं शशांकशेखर सिन्हा ने प्रति भाग किया।
सेशन में पटना के बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी सूरज सिंह ने बोधगया के संदर्भ में बोधगया मठ की परंपरा को आगे बढ़ाने की जरूरत पर प्रकाश डाला ताकि बोधगया की होलिस्टिक व्याख्या हो सके।
आज के सत्र में गया कॉलेज के डाo धनंजय धीरज, रांची विवि के ब्रजेश झा, गया के आकाश कुमार, संजीव कुमार ने तैयारी को मूर्त रूप दिया।
अन्य परिचर्चा में प्रसिद्ध कथक नृत्यांगना शोवनानारायण ने बुद्धकाल में स्त्रियों की स्थिति और असमानता के विभिन्न पहलू पर चर्चा की जिसका संचालन रिटायर्ड आईपीएस उदय सहाय के द्वारा किया गया।
अन्य सत्र में हिंदुस्तान दैनिक के पूर्व संपादक अरविंद मोहन, सुधिरेंद्र शर्मा ने गौतम से गांधी और चंपारण के मुद्दों पर विमर्श संपन्न हुआ।
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कार्यक्रम सफल |
कार्यक्रम को सफल बनाने में जितेंद्र देव गुप्ता, अभाविप के प्रदेश सह-मंत्री सूरज सिंह, प्रफुल्ल चन्द्र, अमित यादव, मानवेंद्र कुमार, ऋषभ राज, कौशलेंद्र कुमार, शशांक मिश्रा, रवि राज शुभम राज, गुड्डू कुमार, विशाल कुमार, भानु कुमार ,शिवनंदन दास, रविशंकर सिन्हा, अशोक कुमार, रजनीकांत, पिंटू, सौरव कुमार, रोहन कुमार, मुकेश कुमार, सोनी कुमारी, प्रीति कुमारी, अंजली कुमारी, तारा चक्रवर्ती, स्वाति कुमारी, सोनी कुमारी, खुशबू कुमारी, नीतू कुमारी, अर्चना देवी का अहम योगदान रहा साथ ही साथ चौबीसों प्रखंड के हजारों हजार की संख्या में युवा- युवती युवा मंडल के सदस्य सम्मिलित हुए।
तीन दिवसीय महोत्सव प्रदर्शनी का हुआ शुभारंभ
बाढ़ विधायक ने किया प्रदर्शनी का उद्घाटन
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कार्यक्रम का शुभारंभ |
पटना/बाढ़ : सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के केंद्रीय संचार ब्यूरो (सीबीसी), पटना द्वारा बाढ़ के अनुग्रह नारायण सिंह कॉलेज में तीन दिवसीय आजादी का अमृत महोत्सव तथा 8 साल सेवा, सुशासन एवं गरीब कल्याण विषय पर फोटो प्रदर्शनी और जागरूकता कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। बाढ़ विधायक ज्ञानेंद्र कुमार सिंह 'ज्ञानू' ने फीता काट कर एवं दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया। मौके पर बाढ़ नगर परिषद के अध्यक्ष संजय कुमार उर्फ गाय माता, उपाध्यक्ष लीला देवी, डीएसएलआर अनिल कुमार आर्य, अतिरिक्त एसडीएम राजेश कुमार, सीबीसी, पटना के क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी सह कार्यक्रम प्रमुख पवन कुमार सिन्हा, सीबीसी, भागलपुर के क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी अभिषेक कुमार, सीबीसी, पटना के सहायक क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी नवल किशोर झा, सहायक क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी अमरेंद्र मोहन, अनुग्रह नारायण सिंह कॉलेज, बाढ़ के प्रोफेसर डॉ अशोक कुमार, कबड्डी प्रशिक्षक मोहम्मद इलियास तथा सामाजिक कार्यकर्ता राजेश सिंह राजू भी उपस्थित थे।
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बिहार में विकास |
बाढ़ के एएसपी अरविंद प्रताप सिंह(आईपीएस) प्रदर्शनी का अवलोकन करने पहुंचे, उन्होंने प्रदर्शनी की प्रशंसा की तथा स्थानीय जनता से अधिक से अधिक संख्या में आने की अपील की।
बाढ़ के विधायक ज्ञानेंद्र कुमार सिंह 'ज्ञानू' ने फोटो प्रदर्शनी की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन बाढ़ में हर वर्ष होने चाहिए। उन्होंने कहा कि इस तरह के फोटो प्रदर्शनी के आयोजन से युवाओं में आजादी के दीवानों के प्रति एवं उनके योगदान के बारे में न केवल जानकारी मिलेगी बल्कि उन्हें उनसे प्रेरणा भी मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश और बिहार में तेजी से विकास हो रहा है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बाढ़ नगर परिषद के अध्यक्ष संजय कुमार ने कहा कि भारत सरकार द्वारा बाढ़ में इस प्रकार का आयोजन किया जाना सराहनीय है। उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शनी काफी सूचनाप्रद है।
कार्यक्रम के दौरान विषय प्रवेश संबोधन के दौरान केंद्रीय संचार ब्यूरो, पटना के कार्यक्रम प्रमुख सह क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी पवन कुमार सिन्हा ने कहा कि इस प्रर्दशनी का मुख्य उद्देश्य यहां की जनता को खासकर युवा पीढ़ी को आजादी के महान एवं गुमनाम नायकों से रूबरू करवाना तथा वर्तमान में केंद्र सरकार के द्वारा जारी योजनाओं के बारे में लोगों को जागरूक कराना है।
केंद्रीय संचार ब्यूरो, भागलपुर के क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी एवं कार्यक्रम के आयोजक अभिषेक कुमार ने कहा कि यह कार्यक्रम अगले 3 दिनों तक इसी प्रकार अनवरत चलता रहेगा, जिसमें गीत, संगीत एवं नाटक, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता तथा फोटो प्रदर्शनी के माध्यम से लोगों को जोड़ने का काम किया जाएगा।
कार्यक्रम के उद्घाटन से पूर्व अनुग्रह नारायण सिंह कॉलेज के एनसीसी व एनएसएस के कैडेट्स और छात्रों के साथ एक जागरूकता रैली निकाली गई। छात्रों ने आजादी का अमृत महोत्सव, जी20, मिलट्स आदि की तख्तियां लेकर और नारे लगाते हुए कॉलेज परिसर में विद्यार्थियों को सरकार की योजनाओं के बारे में जागरूक किया।
प्री-पब्लिसिटी के तौर पर मोकामा तथा बाढ़ की टीमों के बीच महिला कबड्डी मैच खेला गया, जिसमें विजेता टीम मोकामा रही। विजेता तथा उपविजेता टीमों को मुख्य अतिथि द्वारा पुरस्कृत किया गया।
कार्यक्रम के दौरान लोगों के बीच प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। सही जवाब देने वाले प्रतिभागी को मौके पर पुरस्कृत भी किया गया। साथ ही सांस्कृतिक दल के कलाकारों ने गीत संगीत एवं नाटक की प्रस्तुति की।
कार्यक्रम का संचालन केंद्रीय संचार ब्यूरो, पटना के सहायक क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी नवल किशोर झा ने किया। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का संचालन सीबीसी, पटना के सहायक क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी अमरेंद्र मोहन ने किया। धन्यवाद ज्ञापन सीबीसी, भागलपुर के क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी अभिषेक कुमार ने किया। कार्यक्रम स्थल पर केंद्रीय संचार ब्यूरो के गुरजीत सिन्हा, निशांत, अशोक कुमार भी मौजूद थे।
- Anj News Media Presentation
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